प्रसूता महिलाओ को पौस्टिक आहार
दिनाक : ७/१२/२०२०
सानंद के दूर दराज़ गाँवो में जब भी कोई बीमार होता है तो इस के लिए सानंद सीविल हॉस्पिटल आशीर्वाद के रूप में उभरकर सामने आती है। सानंद तहसील में ज़्यादातर कृषि पर निर्भर रहने वाले लोग रहते है ख़ास तौर पर सानंद नल सरोवर के विस्तार में ख़फ़ी ऐसे किसान मिल जाएगें। वर्तमान समय में ग़रीब आदमी अपने कुटुंब की स्त्रीओ की डिलवरी निजी अस्पताल में करवा नहीं सकता तब मात्र एक विकल्प सानंद स्थित सीविल अस्पताल होता है। आज के इस युग में नॉर्मल डिलेवरी का भी चार्ज १५ से २० हज़ार रूपया निजी अस्पताल लेते हैं। अगर सीज़ेरियन करना पड़ा तो कम से काम ५०,००० का बिल आता है। इस महगाई के दौर में ग़रीब के पास सरकारी अस्पताल ही विकल्प है। मानव सेवा ने सानंद सीविल के साथ मिलकर डिलेवरी के लिए आने वाली हर एक महिला को ब्लेंकेट देना शुरू कर दिया है। कुटुंब नियोजन के ऑपरेशन हेतु आई महिलाओ को भी इस का लाभ मिलता है। इस प्रयास से इन महिलाओ को शरीदी के मौसम में ठंड से बचने हेतु कम्बल मिल जायेगा। प्रसूति के बाद या कुटुंब नियोजन के ऑपरेशन के बाद महिला को गाय के शुद्ध धी से बना शीरा या सुखड़ी दी जाती है, ताकि उसे पौष्टिक आहार मिले और जल्दी ठीक हो जाए।प्रति दिन ७ से ८ महिलाएँ इस का लाभ लेती है। यह लाभ तब तक मिलता है जब तक वह अस्पताल में है। हर रोज सानंद सीविल स्थित CMTC वॉर्ड के हेमबेन ओर उनकी सुपरवाइज़र के सहयोग से सुबह -सुबह गरमा-गरम शीरा बनकर तैयार हो जाता है। मानव सेवा का यह उदेश्य रहा है की गरीब एवं जरूरियातमंद को ज़्यादा से ज़्यादा फ़ायदा हो।