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લીમડો કડવો ખરો પણ નરવો બહુ

લીમડો કડવો ખરો પણ નરવો બહુ

गुजरात में सर्दी की ऋतु स्वास्थ्य के लिए काफी बहेतर मानी  जाती है।  गुजराती इस ऋतु में कई सारी एक्टिविटी में जुड़े रहते है।  खास कर नाना प्रकार के व्यजन बनाना। कहते है की शर्दी के मौसम में जितना भी आयोग्य वर्धक खान पान बढ़ाओ तो पुरे साल भर शरीर स्वस्थ रहता है। यहाँ की स्थानिक भाषा में इसे “वसाणा” बोलते है।  चैत्र मास में नीम के फूलो से बना सरबत पीना आयुर्वेद में उत्तम मन गया है।  मानव सेवा कई वर्षो से सुबह सुबह लोगो को स्वस्थ रखने के लिए नीम के फूलो का पानी पिलाने की व्यवस्था करता है।  गुजरात में इस पर एक कहावत है “લીમડો કડવો ખરો પણ નરવો બહુ” मानव सेवा की और से नल सरोवर तीन    रास्ते पर एक स्टॉल लगाकर आने जाने वाले सभी को यह पानी पिलाया जाता है ताकि स्वास्थ्य तंदुरस्त रहे।  एक साल से मानव सेवा ने अहमदाबाद स्थित प्रहलाद गार्डन में यह स्टॉल फ्री में शुरू किया है।  मानव सेवा का यह उदेश्य रहा है की मानव की सेवा हो और स्वास्थ्य से बढ़कर क्या है ? मानव सेवा हर साल चैत्र मास में यह प्रवृति करता है।  

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